मावशीला झवायचे स्वप्न पूर्ण झाले

माझे वय २९ वर्षे असून मी रिक्षा चालवतो. माझी हाईत ५ फूट ७ इंच असून माझा लंड ७ इंचाचा आहे आणि माझा लंड चांगलाच जाड आहे.


माझ्यामध्ये सेक्स पॉवर थोडी जास्त आहे कारण मी खूप तगडा आहे. आतापर्यंत मी ३ जणींना ठोकले आहे. प्रत्येक बाईला मी खुश करू शकतो इतका मला आत्मविश्वास आहे. आता मी माझ्या मावशीबद्दल सांगतो. माझी मावशी 39 वर्षांची असून तीची साईज ३४-३८-३२ आहे.


तिला एक १२ वर्षांचा मुलगा आहे आणि तो त्याच्या आजोबांकडे गावी शिकतो. मी माझ्या मावशीचा जबरदस्त आशिक होतो. जवान लवडा आणि समोर इतका चांगला माल असतांना मी ठोकणार नाही असे होणार नव्हते. कारण जेव्हा केव्हा मावशी माझ्यासमोर यायची तेव्हा तिचे बॉल पाहून माझा लंड ताडकन उठायचा.


चड्डीत हात टाकून गुपचूप कोपऱ्यात मी मुठ मारायचो. आता माझी हिम्मत वाढली होती मी मावशीच्या गांडीला मध्येमध्ये टच करत होतो. मावशीला पहिले काहीच वाटले नाही पण मी सारखे-सारखे असे करत असल्याने मावशीच्या ते लक्षात आले होते. पण ती या गोष्टीकडे दुर्लक्ष करत होती.


आता हळूहळू माझी आणि मावशीच्या खूप गप्पा होत असत. मी रिक्षा चालवून आलो की रात्री मावशीकडे जेवायचो आणि रूमवर जायचो. मी या शहरात एकटा राहत होतो. लग्नांनंतर सातच दिवसात माझी बायको तिच्या यारासोबत पळून गेली होती. त्यामुळे मी अनेक वर्षांचा भुकेला होतो. त्यामध्ये आता मावशीसोबत संबंध वाढत होता. माझ्या मावशीच्या नवऱ्याची नेहमी रात्रपाळी असे त्यामुळे आता मावशीला ठोकायचे प्लानिंग मी करत होतो.


मी मावशीला सांगितले की मला तिच्याशी बोलायचे आहे. मग दुसरे दिवशी मी मुद्दाम रात्री उशिरा जेवायला गेलो होतो. जेवण झाले तेव्हा रात्रीचे अकरा वाजले होते. मी मावशीला सांगितले की माझा पाय मुरगळला आहे. त्यामुळे मी तुमच्या घराच्या परिसरात रिक्षा लावतो आणि रीक्षेतच आराम करतो. पण मावशी म्हणाली की मी असतांना तू बाहेर कसा झोपणार.


पण मीई म्हणालो की काका नसल्याने मी इथे झोपणे चांगले नाही. अरे त्यात काय, मी तुला तुझ्या लहानपणी चड्डी घातली आहे. “मावशी त्यावेळेची गोष्ट वेगळी होती त्यावेळेची छोटी नुन्नी आता ७ इंचांचा बाबुराव झाला आहे.


हे बोलणे चालू असतांना मावशी थोडी लाजली. मावशीचे बॉल आणि बॉलच्या बोंडया कडक झाल्या होत्या. आधीच मावशीच्या नवऱ्याला डायबेटीस होता. त्याचा लंड मावशीसाठी काही काम करत नव्हता. आता मी मावशीच्या गांडीवर दोन तीन चापटा मारल्या.


मावशी काहीही बोलली नाही. मग समजले की मावशी सुद्धा सेक्स साठी तयार आहे. तरीही खोट्या रागात मावशी म्हणाली अरे गधड्या मावशी आहे तुझी बायको नाही. पण मी सरळ मावशीचा चेहरा माझ्या दोन हातांनी पकडला आणि मावशीचे तोंड तोंडात घेतले. बापरे काय मज्जा येत होती.


मावशी म्हणजे चाळीशीतला कडक माल होती. मी सरळ मावशीची साडी आणि परकर वर केला आणि पुच्चीत दोन बोट टाकले. इतक्या वर्षांनतरसुद्धा मावशीची पुच्ची खूप टाईट होती. आता मी मावशीला बेडवर उताणी झोपवली आणि तिच्या शरीरावर माझ्या कंबरेच्या सहाय्याने दाब देत होतो.


मावशीला मजा येत होती. माझ्या आईच्या सगळ्यात छोट्या बहिणीला मी झवत होतो. मावशी ५ वर्षांची भुकेली आणि मी सुद्धा सेक्ससाठी आसुसलो होतो. मी सांडासारखा माझा लंड बाहेर काढला. सात इंची लंड पाहून मावशी खुश झाली. मी तर मावशीला काही न बोलू देता सारखे तिचे तोंड तोंडात घेत होतो. तिची जीभ चावत होतो.


मावशीला सुद्धा मजा येत होती. अचानक मावशी बाजूला झाली आणि म्हणाली आता तुला काय खेळायचे ते खेळ. माझी पुच्ची पाहिजे तशी वापर नंतर मात्र मी सांगेन ते करावे लागेल नाही तर आताच बाजूला हो. एव्हढा चांगला मौका मी थोडी सोडणार होतो. मी हो म्हणालो.


मी माझा लवडा मावशीच्या तोंडात दिला. मध्येमध्ये मी मावशीच्या गालाचे गालगुच्चे घेत होतो. मी पेटलो होतो. सांडासारखा लंड मावशीकडून चाटून घेत होतो. मावशीच्या तोंडात लंड देऊन मी तेथेच शॉट घेत होतो. आता मावशीला म्हटले, ये मावशे तुझी पुच्ची चिरतो. मावशी म्हणाली अरे झवाडया अनुभव तर घे. लाल करते तुझा लंड, पाहू कोणामध्ये जोर आहे ते.


मी आता मावशीच्या पुच्चीत लंड घालून ठोकाठोकी करत होतो. मावशीची गांड इतकी मोठी होती ते पाहूनच समजले की हा अस्सल गावरान माल आहे. आणि आपल्या ७ इंचांने इला काहीच होत नाही. मी जोरात पुच्ची ठोकत होतो. मावशी पक्की रांड होती.


तिच्या सांगण्यावरून तिने खूप मोठे मोठे लवडे तिच्या पुच्चीत घुसवले होते. आता मी थकलो होतो. झडलो होतो आणि मी मावशीच्या खांद्यावर मान टाकली होती. परत थोड्या वेळाने लंड तयार झाला. आता मावशीची गांड मारायची होती. खूप सारी थुंकी मावशीच्या गांडीत सोडली.


मी लवडा मावशीच्या गांडीत घातला आणि आता मावशीची गांड मी ठोकत होतो. आता मावशीला मी कुत्री बनवली होती. तिच्या गांडीच्या दोन्ही गोलांना माझा कंबरेचा भाग आपटत होता. चपचप आवाज येत होता. मावशीचे गांड मारतांना खूप मजा येत होती. भरपूर गांड मारल्यानंतर माझा लंड शांत झाला.


माझ्या विर्याचा फवारा मी मावशीच्या गांडीवर सोडला होता. खूप मजा येत होती. आता मावशी माझ्याकडून तिच्या पुच्चीचे काम करवून घेणार होती. चल सोट्या माझी पुच्ची चाट. मला कुत्री बनवतो काय? आता तुला कुत्रा बनवते. मी मुकाट्याने मावशीचा पुच्चा तोंडात घेतला. दोन मजबूत मांड्यामध्ये मी तोंड खुपसले होते. मावशीच्या पुच्चीच्या वासाने मी चेकाळलो होतो.


भरपूर केस असलेली मावशीची गावरान पुच्ची खूप मोठी होती. आता मावशी माझा ७ इंची लवडा आरामात घेत होती म्हणजे १० इंची लवडा सुद्धा घेऊ शकते असे मला वाटत होते. आता मावशीनी माझ्या गांडीवर दोन फटके मारले आणि मला सांगितले की मी तिचे दुध चोखून देऊ.


मी तिचे बॉल तोंडात घेतले. आता मावशीचे माझी बोटे तिच्या पुच्चीत टाकायला सांगितले. मी जसजसे तिच्या पुच्चीत बोटे टाकत होतो. तशी मावशी गरम होत होती. तिने माझे तोंड तोंडात घेतले आणि खूप विचित्रपणे तिची थुंकी माझ्या तोंडात टाकली आणि सांगितले, माझ्या तोंडातला रस तिच्या तोंडात टाक. मावशी पुन्हा बेफाम झाली होती.


मावशीची पुच्ची आता पाण्याने भरली होती. आता परत मावशीने तिला ठोकायला सांगितले. माझा बाबुराव पूर्णपणे मावशीच्या पुच्चीत घुसला होता. मला मजा येत होती. आता मावशीला मी उभ्याने ठोकत होतो. मावशीच्या तोंडातून बरेच आवाज येत होते. मावशी म्हणत होती. अजून चोद माझ्या राजा.


माझी पुच्ची खूप भुकेली आहे. हे बघून मी मावशीला जोरात ठोकत होतो. आता रूम मध्ये फक्त किंचाळण्याचा आवाज, मावशीच्या तोंडातून येणारे वेगवेगळे आवाज आणि मावशीचे ओटीपोट ठोकण्याचा चपचप आवाज येत होता.


त्या रात्री मी मावशीला ३ वेळा ठोकले. आता मावशीने मला सांगितले की पुढच्या वेळेस मला एकावेळी दोन लवडे घ्यायचे आहे. मावशी किती झवाडी आहे हे मला समजले होते. बिचारा मावशीचा नवरा, लवडा उठत नाही म्हणून बायकोचे सर्व चाळे सहन करत होता. मी त्याच्या जागेवर असतो तर मावशीला दिवसरात्र चोदुन तिच्या पुच्चीला फाडले असते.


बरे झाले त्यानंतर मला मावशी जवळपास महिन्यातून 8 ते १० वेळा झवायला द्यायला लागली. जोपर्यंत मला मावशीमध्ये रस होता तोपर्यंत तिला ठोकली. आता मावशी अजून म्हातारी झाली आहे. त्यामुळे नवीन मालाच्या शोधात मी आहे.



  • कामराज



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সেন পরিবার পর্ব ৪

সেন পরিবার পর্ব ৩


মালতি দেবী হেসে ছেলের গালে একটা চুমু খেয়ে ছেলের ল্যাওড়াটা প্যান্টির থেকে বার করে নিচু হয়ে চুষে দিয়ে বললেন “ এবার যায় তোমার শশুর বাড়ির লোকেদের সময় দাও , আমি আসছি শাড়ি পরে “


রতন ল্যাওড়াটা হাতে ধরে মায়ের দু পায়ের ফাঁকে তাকিয়ে ছিল । মালতি দেবী রেগে গিয়ে ছেলেকে বললেন ” কি হলো ভদ্রতা শেখ নি “


রতন ভয় পেয়ে তারারি ঘর থেকে বেরিয়ে এল।
শেফালির পিসি রতনকে বললো “ তোমাদের বাড়িটা একবার ঘুরিয়ে দেখাও “


রতন পিসিকে নিয়ে নিজের ঘরে এলো . এদিকে শেফালী আর রুপালি দেবী সাধন বাবুর ঘরে গেলে।
পিসি রতনের গলা জড়িয়ে ধরে বললেন “ তুমি আমাকে রত্না বলে ডাকবে “ তারপরে দুস্টু হেসে বললো “ আমার নিচের চমচম তো ভিজে জল । তোমার অজগর সাপ্টা একবার আমার ফুটোতে ঢোকাও না ”


রতন রত্না পিসির মাই আর পোঁদে হাত বুলিয়ে বললো “ আপনি আমার গুরুজন। আপনার গুদে বাড়া ঢোকালে মা রাগ করবে ”
রত্না দেবী শাড়ি খুলে পুরো ল্যাংটো হলেন। রতনের দিকে ফিরে বললেন “ পছন্দ হয়েছে “
রতন দেখলো পিসির গুদে অল্প চুল , মাই দুটো অল্প ঝোলানো হলেও বেশ ডাবকা , আর পোঁদ জোড়া যেন দুটো কুমড়ো।


রতন , পিসির মাই পোঁদ গুদ হাত বুলিয়ে বললো “ পিসি আমার সাপ্টা তোমার গুদে ডুকবে বলছে “
রত্না দেবী মুচকি হেসে পা ফাঁক করে রতনের বাড়াটা ঢুকিয়ে নিলেন আর রতনের কানে কানে বললেন “ অসভ্য ছেলে গুরুজনের গুদে বাড়া ঢোকাছ ”


রতন হেসে ৫০ বছরের পিসির পোঁদের দাবনা দুটো ধরে ঠাপ দিতে দিতে বললো “ আপনার খাঁচা আমার স্যাপ ধরেছে , আমার কি দোষ
রত্না দেবী হেসে উঠলে।


এমন সময় মালতি দেবী ডাকলেন “ রতন পিসিকে নিয়ে খেতে এস । আর তোমার শাশুড়ি আর শেফালিকে ডেকে নিয়ে এস“


রত্না দেবী , মাই দুটো রতনের বুকে ঘষে দিয়ে রতনের কানে বললো “ কি সাপ খাঁচা থেকে ছেড়ে দেব নাকি ”
রতন পিসির ঠোঁটে চুমু খেয়ে বলল “ সাপটা বড্ডো দুস্টু হয়েছে। সামনের খাঁচা থেকে ছেড়ে দিলে ও পেছনের খাঁচাতে ঢুকবে “


রতন পিসির পোঁদের তালাতে হাত দিয়ে কোলে তুলে নিলো . বললো “ চলুন পিসি আমরা শেফালী আর আমার শাশুড়িকে ডেকে নিয়ে আসি ”


রত্না দেবী লাজে লাল হয়ে রতনের গলা জড়িয়ে ধরে বললেন “ আমি বিধবা মহিলা , আমার সন্মান সবার সামনে নষ্ট করো না . তোমার শাশুড়ি মানে আমার বৌদি আর শেফালী এ অবস্থায় আমাকে দেখলে .. ছিঃ ছিঃ “


রতন হেসে বললো “ আমার গুদে আমার বাড়া কেউ দেখতে পারবে না। আমি মজা নিন আর দেখুন। আপনার এমন চোদনখোর শরীর, আপনি যদি বলেন তো মা কে বলে আপনাকে ব্লু ফিল্ম এ পর্ন ষ্টার করতে পারি। প্রতিদিন নতুম ল্যাওড়া।


রত্না দেবী বললেন ” ছেলের কি শিক্ষা , নিজের পিসিকে ব্লু ফিল্মের নায়িকা বানাবে ”
রত্না দেবী আর রতন দু জানা হেসে উঠলো।


রতন ঠাপ মারতে মারতে পিসিকে নিয়ে বাবার ঘরের সামনে এলো। দরজার ফাঁক দিয়ে দেখলো রুপালি দেবী শাড়ি তুলে দাঁড়িয়ে আছেন আর বাবা পেছন থেকে বাড়াটা ওনার দু পায়ের ফাঁকে ঘসছে। রুপালি দেবী সাধন বাবুর গলা জড়িয়ে কিস করে যাচ্ছেন . সাধন বাবুর এক হাতে মালের গ্লাস আর এক হাত দিয়ে মাই টিপছেন . এদিকে শেফালী স্কার্ট তুলে সাধন বাবুকে নিজের পোঁদ আর গুদ দেখাচ্ছে । সাধন বাবু বিকৃত ভাবে মেয়ের বয়সী শেফালির তলার জিনিসগুলো দিকে তাকিয়ে হাসছেন। শেফালী বাবাকে বলছে “ ডার্লিং যা দেখছো ভালো লাগছে ”


সাধন বাবু ইশারা করে শেফালী কাছে ডাকলো। শেফালী পোঁদ দুলিয়ে skirt তুলে শশুরের সামনে এসে দাঁড়ালো। সাধন বাবু মালের গ্লাস রেখে একটা আঙ্গুল রুপালি দেবীর মুখে ঢুকিয়ে দিলেন। রুপালি দেবী এগুলি চুষে দিলেন। সাধন বাবু আঙ্গুলটা শেফালির গুদে আস্তে করে ঢুকিয়ে দিলেন। শেফালী কোমর দুলিয়ে শশুরের আঙ্গুল চোদন খেতে লাগলো।


নিজের হবু বৌয়ের গুদে বাবার আঙ্গুল আর শাশুড়ির গুদে বাবার ল্যাওড়া ঘষা দেখে রতন গরম হয়ে গেলো আর রত্না দেবী এমন বিকৃত দৃশ্য দেখে গুদের জল ছেড়ে দিলো।


খাবার টেবিল এ , সবার এমন ভাব যেন সব স্বাভাবিক । মালতি দেবী ছেলেকে বললেন “ তুমি শেফালির হাতে আংঠি টা পরিয়ে দাও “


রতন আর শেফালী আংঠি বদল করে সবাইকে প্রণাম করলো।


রুপালি দেবী , মালতি দেবীকে বললেন “ এবার আমরা যাবো। আপনি ছেলেকে আর বৌমাকে কালকে আমাদের বাড়িতে পাঠাবেন , দ্বিরাগমন করতে ”
মালতি দেবী নমস্কার করে বললেন “ চিন্তা করবেন না “


ওনারা চলে যাবার পর মালতি দেবী শেফালিকে বললো “ আজ তোমার ফুলসজ্জা , তোমাকে সাজিয়ে দেব এস “
অশ্লীল ছবির মেকআপ ম্যান একজন শেফালিকে নিয়ে ঘরে গেলো। দু ঘন্টা পরে মালতি দেবী বৌমাকে নিয়ে ড্রয়িং রুম এলেন। রতন আর সাধন বাবু বসে ছিল।


মালতি দেবী হেসে বললেন “ রতন দেখ তোর বৌ পছন্দ হয়েছে “
একদম নতুন বৌয়ের সাজ . সারা গায়ে গয়না , কপালে চাঁদের টিপ্ , হাতে শাখা পলা, সিঁথিতে সিঁদুর , মাথায় লাল ওড়না . কিন্তু গায়ে সুতো নেই। কামসূত্র দেবী।


শেফালী হাত মাথার উপর তুলে কোমর বেকিয়ে উত্তেজক ভঙ্গিমা দাঁড়ালো আর শশুরকে বললো ” বাবা আমাকে কেমন লাগছে ”


রতন আর সাধন বাবুর বাড়া দাঁড়িয়ে গেলো। সাধন বাবু এসে শেফালিকে বললো ” এই ব্রা প্যান্টি টা আমি তোমাকে দিলাম”
শেফালী শশুরকে প্রণাম করল।


সাধান বাবু শেফালির কোমর ধরে বললো “ বৌমা তোমাকে যে দেখবে সে তোমার প্রেমে পড়বে ”. শেফালী হেসে শশুরের হাত নিজের গুদে চেপে ধরে বললো “ আজ আপনি আমার সাথে প্রেম করুন না “
রতন মা এর কানে কানে বললো “ মা শেফালিকে বাবার বেশি পছন্দ হয়েছে। আজ ফুলশয্যে করতে তুমি বাবা কেই পাঠাও ”


মালতি দেবী হেসে নিজের বরের দিকে ফিরে বলল “ এস তোমাকে সাজিয়ে দেই, আজকে তুমি শেফালির কচি গুদ চুদবে ”.
শেফালির দিকে ফিরে বললেন ” কি বৌমা তোমার কি ইচ্ছে”


শেফালী রতনের দিকে তাকিয়ে লজ্জা পেয়ে বললো ” বাবা গুরুজন , ওনার ইচ্ছের মর্যাদা দাওয়া আমার কর্তব্য ”
নিজের বরকে সাজাতে সাজাতে মালতি দেবী বললেন “ হা গো তুমি কিছু মনে করো না তো আমি এত ছেলের সাথে ল্যাংটো হয়ে নোংরামি করি। তোমার রাগ হয় না যখন ছেলেরা আমার পা ফাঁক করে গুদ আর পোঁদের ফুটো দেখে
সাধন বাবু নিজের বৌয়ের মুখটা তুলে বললো “ রাগ করবো কোনো। তোমার কত সন্মান , কত পায়সা , তুমি এখন সুপার ষ্টার। তুমি যে নোংরামি করো ছেলেদের সাথে সেটা তো তোমার অভিনয় । তুমি তো বড় ছেলে নিয়ে সংসার করছো। তুমি একটা ভদ্র ঘরের মহিলা। অশ্লীল ছবি করা তোমার পেশ। এতে খারাপ কি আছে ”


মালতি দেবী বরের গলা জড়িয়ে ধরে বললেন “ সত্যি তোমার বাবা রাজি না হলে আমার ব্লু ফিল্ম করা হতো না। তোমার মা তো একদম রাজি ছিলেন না ”


সাধন বাবু মুচকি হেসে বললেন “ বাবা রাজি হবে না কোনো। নিজের ছেলের বৌ কে নিয়ে বিছানাতে মজা করতে কার না ভালো লাগে ”


মালতি দেবী এবার একটু রাগ করে বললেন “ বাবা কিন্তু তোমাকে বলেছিলো , সাধন তোর বৌয়ের গুদে কিন্তু আমার বাড়া ঢুকবে। অশ্লীল ছবিতে অনেক লোকের সাথে তোর বৌ শোবে। তুই রাজি তো । তুমি তো নিজের মা এর পোঁদ আর মাই নিয়ে মেতে ছিলে ”
সাধন বাবু বললেন ” কি গো তাড়াতাড়ি করো। ”


মালতি দেবী হেসে বরের গাল টিপে দিয়ে বললো “ ছেলে বিয়ে করলো আর বাপ্ ফুলসজ্জা করবে “


সাধন বাবু একটা ধুতি পরে বরের মতো সেজে নিজের ঘরে এলেন । মালতি দেবী হাত ধরে বরকে ঘরে পৌঁছে দিয়ে শেফালিকে বললো “ তোমার নাগরকে ভালো করে আরাম দিয়ো ” আর বরকে হেসে বললেন “ ছেলের জন্যেই কিছু রেখো “


মালতি দেবী ঘর থেকে বেরিয়ে আসলো। রতন মা কে বললো “ তুমি বাবাকে যা বললে আমি সব শুনেছি। আমাকে বোলো সব ঘটনা “
মালতি দেবী ছেলেকে চুমু খেয়ে বললেন “ মা ঠাকুমার নোংরানি শুনতে খুব ভালো লাগে না রে . আচ্ছা বলছি “


#Bangali #STORY

दार्जिलिंग की लड़की को दिल्ली में चोदा


सेक्सी ऑफिस गर्ल की चुदाई कर डाली मैंने. मैंने एक सेलगर्ल रकही ये सोच के कि सेल बढ़ेगी लड़की को देख के ग्राहक आयेंगे. शायद मेरा काम भी चल जाए.


हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अशोक है; छह फीट लंबा हूं और दिखने में ठीक-ठाक हूँ. मेरे लंड का साइज छह इंच हैं. मेरा खुद का मोबाइल का छोटा सा बिजनेस है.


मैंने कैसे एक दार्जिलिंग की एकदम कुंवारी लड़की को चोदा, इस सेक्सी ऑफिस गर्ल की चुदाई कहानी मैं आपको उसी चुदाई के बारे में बताना चाहता हूं.
चूंकि ये मेरी पहली सेक्स कहानी है तो गलती होना स्वाभाविक है. आपसे निवेदन है कि अगर आपको कोई गलती दिखे तो मुझे माफ कीजिएगा.


मेरी ये सेक्स कहानी एकदम सच्ची कहानी है. इसमें कोई भी झूठ नहीं है.


एक दिन मैं अपनी शॉप में बैठा था तो मैंने सोचा कि किसी लड़की को काउंटर सेल्स गर्ल के लिए रख लेता हूं, तो शायद मेरी शॉप की सेल बढ़ जाएगी और हो सकता है कि मेरा अपना पर्सनल काम भी चल जाए.


इसके लिए मैंने एक एड लिख कर अपनी शॉप के बाहर ही बोर्ड टांग दिया. उसके बाद कई लड़कियां आईं, लेकिन मुझे कोई जंची नहीं.


तीसरे दिन मैंने देखा कि एक लड़की मेरे पास आकर जॉब के लिए पूछ रही है.
उसको देखते ही मेरे लंड ने सलामी देनी शुरू कर दी. अब जब नीचे वाले बाबूलाल ने ही हां कह दी थी, तो मैं कौन होता था ना बोलने वाला. सैलरी की बात करके मैंने उसे कल आने को बोल दिया.


मैं आपको उसका माल का नाम बता देता हूँ ताकि आपके आइटम को भी मजा आना शुरू हो जाए. उसका नाम मौली था.


उस छमियां के लिए मैं अगर एक ही शब्द में बोलूं तो वो कयामत थी. जीन्स और टॉप पहने हुए इतनी मस्त लग रही थी मानो अभी हां बोले, तो साली को अभी लेटा कर चोद दूं. एकदम गोरी चिकनी, मम्मों का नाम लगभग 34 इंच होगा, कमर 26 की और गांड लगभग 36 इंच की एकदम तोप सी तनी हुई.


मौली के नैन नक्श तो ऐसे थे, मानो रम्भा नाम की अप्सरा इंद्र का दरबार छोड़ कर मेरे बाबूलाल की सेवा के लिए आ गई हो.
बस आप यूं समझो कि उसे देखने से ही मजा आ गया था.


अगले दिन जब वो काम पर आई, तो मैं उस समय उसके बारे में सोचते हुए ब्लू फिल्म देख रहा था.


वो जैसे ही आई, तो मैंने फिल्म बंद कर दी और उसे काम के बारे में समझाने लगा.
मौली ने डीप गले का सूट पहना हुआ था, जिससे मुझे उसके मम्मों के थोड़े से दर्शन हो रहे थे.


तभी उसकी नजर मुझ से टकराई और उसको समझ में आ गया कि मैं उसके मम्मों को देख रहा था.
मौली ने हल्की सी मुस्कान दी और मैं समझ गया कि लाईन क्लियर है.


दिन भर बातों में उसने बताया कि वो यहां दार्जिलिंग से नई नई आयी है … और अभी अकेली रहती है.


‘अकेली रहती है ..’ सुनकर मेरे छह इंच के बाबूलाल ने आतंक मचाना शुरू कर दिया था.


शाम को में दुकान को बंद करके जाने लगा तो मैंने उससे पूछा- मौली, क्या मैं तुमको घर तक छोड़ दूं?
मौली ने भी हां बोल दिया.


रास्ते में मैंने बहुत बार ब्रेक मारे ताकि उसके मम्मों की गर्मी मिल सके और उसके साथ मेरी लाइन क्लियर हो सके.
वो भी शायद इसमें मुझे साथ दे रही थी.


जब मैंने उसे छोड़ा, तो उसने मुझे चाय पीने का ऑफर दिया.
मैंने भी मौका नहीं छोड़ा और हां बोल दिया.


वो चाय बनाने से पहले वॉशरूम गई और उसके बाद मेरे लिए चाय बनाकर लेकर आई.
चाय पीते पीते मेरे दिमाग में एक आइडिया आया और मैंने थोड़ी सी चाय अपनी पैन्ट पर गिरा दी और ऐसे एक्टिंग की, जैसे मेरी जांघ के पास से जल गया हो.


वो जल्दी से एक कपड़ा लाकर मेरी पैन्ट को साफ करने लगी, लेकिन मैं आराम ना आने की एक्टिंग करने लगा.


फिर उसने जल्दी से टॉवेल लाकर मुझे दी और वॉशरूम की तरफ इशारा करके पैन्ट खोलने के लिए बोला.


मैं जल्दी से वॉशरूम में गया और टॉवेल पहनने लगा. तभी मुझे उसकी पैंटी दिखाई दी, जिसने मेरे लंड को खड़ा कर दिया.
मैंने टॉवेल तो लपेट लिया लेकिन वो मेरे लंड के पास से थोड़ा उभरा हुआ साफ़ दिखाई दे रहा था.
खड़ा लंड उसने भी नोटिस कर लिया था.


मैंने उससे पूछा- जले हुए पर लगाने के लिए कोई क्रीम है क्या?
उसने मना कर दिया और पूछने लगी- क्या ज्यादा जल गया?


मैंने कहा- हां यार ऐसा लग रहा है कि कुछ ज्यादा जल गया है. शायद मुझे सही से दिख नहीं रहा क्योंकि वॉशरूम में लाइट कम है.
उसने मुझसे कहा कि ऐसा क्या करना चाहिए, जिससे ये ठीक हो जाए?
मैंने कहा- कोई भी क्रीम हो या तेल हो तो चलेगा.


मौली ने झट से सरसों का तेल लाकर दे दिया.


मैं तेल लेकर वॉशरूम में गया लेकिन थोड़ी देर बाद निकल कर बोला- मैं नहीं लगा पा रहा. जलन ज्यादा हो रही है.
उसने कहा- लगाना तो पड़ेगा ही, जिससे ये ठीक हो जाए.


मैंने दर्द की एक्टिंग करते हुए कहा कि अब ज्यादा जलन हो रही है.
उसने कहा- मैं लगा दूं?


वाह मेरी जान … यही तो मैं सुनना चाहता था. मेरी तो लॉटरी लग गई थी.


लेकिन मैंने एक्टिंग की- तुम बुरा तो नहीं मानोगी ना?
वो बोली- नहीं मानूंगी.


मैं झट से लेट गया और उसने थोड़ा सा तेल हाथ में लिया और टॉवेल ऊपर करके लंड के पास लगाने लगी.


अभी उसका हाथ मेरे लंड को टच नहीं कर रहा था.


मैंने कहा- थोड़ा ऊपर जल रहा है.


वो थोड़ा शर्माई और थोड़ा सा तेल और लेकर ऊपर को हाथ डालने लगी.
तभी उसका हाथ मेरे लंड को टच करने लगा. वो भी मेरे खड़े लंड को हाथ लगाते ही समझ गई कि मैं एक्टिंग कर रहा था. फिर भी उसने तेल लगाना चालू रखा.


मैंने कहा- थोड़ा अन्दर भी जला है. क्या वहां भी लगा दोगी?
उसने शर्माते हुए कहा- हां लगा दूंगी.


ये सुनते ही मैंने अपना टॉवेल हटा दिया. मेरा लंड फुंफकार मारते हुए खड़ा था, जिसे देख कर उसकी आंखें बड़ी हो गईं और वो थोड़ा शर्माने लगी.


मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया और उसको तेल लगाने के लिए बोला.


वो धीरे धीरे से मेरे लंड की मालिश कर रही थी. मैंने धीरे से एक हाथ उसकी कमर पर रख दिया, उसने मुझे कुछ नहीं बोला.


मैं समझ गया कि वो भी गर्म हो चुकी है. मैंने उसको धीरे से अपनी ओर कमर पकड़ कर खींचा तो वो मेरी छाती पर सर रखकर लेट गई.


मैंने उसकी तारीफ़ करना शुरू किया और मौली को बताया कि मैं पहले दिन ही तुमको पसंद करने लगा था.
वो बोली- हां, मैं भी आपको पसंद करती हूं.


अब मैं खड़ा हुआ और मैंने अपने ऊपर के सारे कपड़े खोल दिए और उसका शर्ट उतार दिया.
अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और सलवार में थी.
उसके मम्मे एकदम टाइट थे.


मैंने जल्दी से उसकी ब्रा भी खोल दी.
जैसे ही मैंने उसकी ब्रा खोली, वो और ज्यादा शर्माने लगी.
उसे मैंने समझाया कि जान ये शर्माने का टाइम नहीं है, एन्जॉय करने का टाइम है.


मैंने फिर से उसका हाथ अपने लंड पर रख दिया और उसके प्यारे प्यारे होंठों पर किस करने लगा.


मुझे सेक्स का बहुत सवार हो रहा था. मैंने 2 मिनट तक उसके होंठों को किस किया और उसके मम्मों को दबाता रहा.


अब वो भी मदहोश हो रही थी और मेरा साथ देने लगी थी.
मैंने उसे लेटाया और एक झटके से उसकी सलवार और पैंटी दोनों खोल दीं.
उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. ऐसा लग रहा था मानो जैसे उसने आज ही चूत के बाल साफ़ किए हों.


मैंने तो सीधे ही उसकी चूत की फांकें खोल दीं और अपनी जीभ उसमें घुसा दी.
वो पूरी तरह से तड़प उठी और उसने उसी पल मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूत में दबा दिया.


मैं चिकनी चूत चाटने में लग गया.


मगर एक मिनट में ही उससे रहा नहीं जा रहा था. मगर मैं उसको अभी और तड़पाना चाहता था.


अगले ही पल में खड़ा हुआ और 69 की पोजिशन में उसकी चूत चाटने लगा.
मेरी पोजिशन ऐसी थी कि मेरा लंड उसके होंठों को टच करने लगा.


मैंने उसे इशारा किया कि वो मेरे लंड को अपने मुँह में ले.
उसने ऐसा ही किया.
लगता था मानो जैसे वो आज कुछ भी करने के लिए तैयार थी.


थोड़ी देर तक हम इसी तरह ओरल सेक्स का मजा लेते रहे.
उसके बाद मैंने उसके सर के नीचे से तकिया हटाया और उसकी गांड के नीचे लगा दिया.
फिर अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर फिराने लगा.


अब उससे रहा नहीं जा रहा था.
वो बोली- प्लीज अशोक, मुझे अब मत तड़पाओ … अन्दर घुसा दो प्लीज.


उसके मुँह से ऐसे शब्द सुनकर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने अपने लंड को उसकी चूत में पेल दिया.


जैसे ही मैंने एक झटका मारा, मेरा सुपारा उसकी चूत में घुस गया और उसकी हल्की सी चीख निकल पड़ी.


मैंने फिर थोड़ा आराम से एक और झटका मारा, तो मेरा आधा लंड उसके अन्दर तक घुस गया.
उसने मुझे जोर से पकड़ लिया और मैं उसके दर्द को देख कर रुक गया.


लेकिन वो शायद कुछ और चाहती थी.
अगले ही पल उसका हाथ मेरी गांड पर था, जैसे वो चाहती हो कि तुम रुके क्यों … और तेज़ी से झटके मारो.


ये समझते ही सोचने के लिए क्या बाकी रह गया था. मैंने भी अपनी स्पीड तेज़ कर दी और अपनी स्पीड चौथे गियर में डाल दी.


लगभग पांच मिनट बाद मैं डिस्चार्ज हो गया और मेरा शरीर निढाल होकर उसके ऊपर गिर पड़ा.
सेक्सी ऑफिस गर्ल की चुदाई संपन्न हो गयी थी.
वो भी तृप्त होकर मेरे बालों में हाथ घुमाने लगी थी. मुझे सच में बहुत मज़ा आ रहा था.


थोड़ी देर तक ऐसे ही आराम करने के बाद मैंने उसको मालिश करने के लिए कहा, तो उसने मेरी पूरी बॉडी की अच्छे से मालिश की.
वो मेरे कंधों को बहुत अच्छे से दबाने लगी और फिर मुझे सीधा लेटाकर मेरे लंड पर अपना शरारती हाथ फेरने लगी.


मेरा भी लंड उसके हाथ घुमाने से फिर से खड़ा हो गया.


जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ, उसने लंड को अपने मुँह में डाल लिया और अपने होंठों से मेरे लंड की मसाज करने लगी.
मैं आपको बता नहीं सकता उस फीलिंग में आनन्द क्या था. मैं अपने आपको सातवें आसमान में उड़ता हुआ महसूस कर रहा था.


कुछ देर बाद मैंने उसे लेटा दिया और मैंने उसकी मालिश की.


मैंने उसको उल्टा लेटा दिया और उसके ऊपर लेट कर उसके कानों के आस पास किस करने लगा.
उसको बहुत गुदगुदी हो रही थी और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था.


फिर मैंने ऐसे ही उसकी टांगें चौड़ी की और उसकी चूत में अपनी उंगली डाल कर तेज़ तेज़ अन्दर बाहर करने लगा.
मौली को दुबारा से पहले जैसा जोश चढ़ने लगा.


कुछ पल बाद मैंने अपने लंड को उसके मुँह में डाल दिया, जिससे मेरा जोश दुगना हो गया.


फिर मैंने उसकी चूत में अपना लंड पेला और झटके मारने शुरू कर दिए.


इस बार डिस्चार्ज होने की उसकी बारी थी. थोड़ी देर में ही उसने मुझे टाइट से पकड़ लिया और डिस्चार्ज हो गई.
मुझे उसकी आंखों में सुकून दिख रहा था, जिससे मेरी रफ़्तार तेज हो गई और मैं भी झड़ गया.


इस तरह से मौली मेरी अंकशायिका बन गई थी.


दोस्तो मेरी ये सेक्सी ऑफिस गर्ल की चुदाई आपको कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. आपके मेल का मुझे बेसब्री से इंतज़ार रहेगा. इसमें आपको क्या अच्छा लगा और क्या बुरा लगा, वो जरूर बताना ताकि मेरी अगली कहानी इससे भी ज्यादा दिलचस्प हो.
मेरी मेल आईडी है [email protected]

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